94 वर्षीय एथलीट भगवानी देवी ने वर्ल्ड मास्टर्स एथलेटिक्स में जीते तीन पदक

July 14, 2022, 9:57 PM IST

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Bhagwani Devi


94 वर्षीय भारतीय एथलीट भगवानी देवी ने फिनलैंड में विश्व मास्टर्स स्पोर्ट्स चैंपियनशिप में एक स्वर्ण सहित तीन पदक अपने नाम किया. उम्र के जिस मोड़ पर लोग चलने-फिरने के लिए अपनों का सहारा खोजते है उस उम्र से कहीं ज़्यादा उम्र की भगवानी देवी ने 100 मीटर की दौड़ 24.74 सेकेंड में पूरी की. बाद में उन्होंने डिस्कस थ्रो प्रतियोगिता में कांस्य पदक जीता और इसके बाद शॉट पुट स्पर्धा में एक और कांस्य पदक अपने नाम कर लिया. वर्ल्ड मास्टर्स एथलेटिक्स चैंपियनशिप 29 जून से 10 जुलाई तक टाम्परे में आयोजित की गई थी. यह चैंपियनशिप 35 साल से अधिक उम्र के प्रतियोगियों के लिए है. इसमें प्रतियोगियों को पांच आयु वर्ग में विभाजित किया जाता है.

 

हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने भगवानी देवी को उनकी उपलब्धि पर बधाई देते हुए कहा, “उनकी यह उपलब्धि युवाओं में उत्साह बढ़ाने का काम करेगी. भगवानी देवी ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि जीवन में कुछ भी हासिल करने के लिए उम्र से कोई वास्ता नहीं होत है.”

 

खेल विभाग, युवा मामले और खेल मंत्रालय ने ट्वीट करते हुए लिखा, “भारत की 94 वर्षीय भगवानी देवी जी ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि अगर कुछ ठान लिया जाए जो उम्र बाधा नहीं बन सकती है! उन्होंने टाम्परे में #WorldMastersAthleticsChampionships में 100 मीटर स्प्रिंट इवेंट में 24.74 सेकंड के समय के साथ स्वर्ण पदक जीत लिया. उन्होंने शॉट पुट में कांस्य भी हासिल किया. वास्तव में सराहनीय प्रयास!”

 

भगवानी देवी ने पहले चेन्नई में आयोजित राष्ट्रीय मास्टर्स एथलेटिक्स चैंपियनशिप में तीन स्वर्ण पदक जीतकर विश्व मास्टर्स एथलेटिक्स चैंपियनशिप में भारत का प्रतिनिधित्व करने का अवसर अर्जित किया था. चेन्नई में प्रतियोगिता से पहले, उसने दिल्ली स्टेट एथलेटिक चैंपियनशिप में 100 मीटर डैश, भाला फेंक और शॉटपुट में तीन पदक जीते थे.

 

एक और अनुभवी भारतीय एथलीट और केरल राज्य से विधानसभा के पूर्व सदस्य रह चुके एम जे जैकब ने भी चैंपियनशिप में दो कांस्य पदक जीते. पिरावम के सीपीएम पार्टी के वरिष्ठ नेता ने 80 एम श्रेणी में 80 से 84 वर्ष की आयु के प्रतियोगियों के लिए आयोजित 200 मीटर हर्डल और 80 मीटर हर्डल रन में दो पदक जीते.

 

जैकब और भगवानी देवी जैसे एथलीट साबित करते हैं कि उम्र मात्रा एक संख्या है. ऐतिहासिक उपलब्धियां और विश्व रिकॉर्ड किसी भी उम्र में और किसी भी क्षेत्र में प्राप्त किए जा सकते हैं.