उम्र के पचासवें दशक में जब कुछ लोग अपने पैशन को पीछे छोड़ते जाते हैं, उस उम्र में भावना टोकेकर ने पावर लिफ़्टिंग चैम्पियनशिप के अपने पैशन को उड़ान दिया़ भावना ने पिछले सप्ताह ब्रिटेन के मैनचेस्टर में हुए वर्ल्ड पावर लिफ़्टिंग चैम्पियनशिप (मास्टर्स3) में पांच रिकॉर्ड तोड़कर सभी को चौंका दिया़
8 सिंतबर 2020 को हुए फ़ुल पावर लिफ़्टिंग और बेंचप्रेस इवेंट्स अंडर-75 किग्रा वेट कैटेगिरी में मास्टर3 एथलीट (उम्र 50-54) के रूप में भाग लेते हुए भावना ने चार वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाए़ इस दौरान उन्होंने स्क्वाट में 102.5 किग्रा, जबकि पिछला रिकॉर्ड 90 किग्रा का था़ बेंच प्रेस्ड में 80 किग्रा, इसमें पिछला रिकॉर्ड 40 किग्रा था़ वहीं डेडलिफ़्ट में 132.5 किग्रा का वज़न उठाकर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया़, जबकि इसमें भी पिछला रिकॉर्ड 105 किग्रा का ही था़ इस प्रतिस्पर्धा में उन्होंने कुल मिलाकर 315 किग्रा भार उठाया जो कि अपने आप में एक वर्ल्ड रिकॉर्ड है़ इसके बाद उन्होंने 10 सितंबर को रॉ बेंचप्रेस में उन्होंने 77.5 किग्रा का वज़न उठाया, जबकि पिछला रिकॉर्ड 75 किग्रा था़ इस चैम्पियनशिप में भावना ने कुल मिलाकर पांच वर्ल्ड रिकॉर्ड तोड़े भी और बनाए भी़
इस जीत के बाद भावना ने कहा कि “5 वर्ल्ड रिकॉर्ड तोड़ना अपने आप में एक बहुत ही शानदार एहसास है़ मुझे इस बात की बहुत ख़ुशी है कि मेरे समर्पण ने मुझे इतने अच्छे परिणाम दिए़”
इससे पहले भावना साल 2019 में रूस के चेल्याबिंस्क में एशियन ओपन चैम्पियनशिप में पावर लिफ़्टिंग मास्टर 2 (40-50 एज ग्रुप) की कैटेगरी से चार गोल्ड अपने नाम करके बटोरीं थी़ अब तीन साल बाद, फिर से उन्होंने चार वर्ल्ड रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया है़ अपने पावर लिफ़्टिंग करियर की शुरुआत के बारे में बात करते हुए, भावना कि 40 साल की उम्र में उन्हें स्किन इन्फ़्लमेशन से जुड़ी परेशानी हो गई थी, जिसके चलते वह ऐंटी-एलर्जिक सहित कई तरह की दवाइयां लेती थी. उन दवाइयों के साइड इफ़ेक्ट्स के चलते काफ़ी नींद आती थी और बहुत सुस्त व थकी हुई महसूस करती थीं. ऐसे में उन्होंने वर्कआउट और वेट ट्रेनिंग का सहारा लिया़ शुरुआती दिनों में वह अपने पति श्रीपद टोकेकर के साथ जिम करती थीं, जो इंडियन एयरफ़ोर्स में ग्रुप कैप्टन हैं. उनके वर्कआउट को देखते हुए एयरफ़ोर्स के बॉडी बिल्डिंग टीम की सलाह पर उन्होंने वेट ट्रेनिंग शुरू की, जो उनके लिए फ़ायदेमंद रही.
दो बच्चों ईशान (22) और आरव (18) की मां भावना ने अपनी ज़िंदगी अपनी शर्तों पर जीने की ठानी और उनकी इसी ज़िद ने उन्हें आज पावर लिफ़्टर के रूप में स्थापित कर दिया है.